तारीख 28 फरवरी, 2016 को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायिक अधिकारियों का शिमला में लैंगिक संवेदीकरण
राष्ट्रीय महिला आयोग ने हिमाचल प्रदेश न्यायिक अकादमी के सहयोग से तारीख 28 फरवरी, 2016 को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में आयोजित लैंगिक संवेदीकरण पर एक दिन के सम्मेलन का संचालन/आयोजन किया ।
लैंगिंक संवेदीकरण पर आयोजित सम्मेलन में 117 न्यायिक अधिकारियों और विभिन्न विधि महाविद्यालयों के 42 विद्यार्थियों ने भाग लिया । जिन विषयों पर चर्चा की गई थी, उनमें गर्भधारण-पूर्व और प्रसवपूर्व निदान-तकनीक(लिंग-चयन) प्रतिषेध अधिनियम(पी.सी.एंड पी.एन.डी.टी) तथा मानव अधिकार और महिलाओं का सशक्तीकरण, पी.सी. एंड पी.एन.डी.टी अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन में न्यायपालिका की भूमिका, महिलाओं के प्रति अपराध से संबंधित विधियां: घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, दहेज, बाल विवाह, बलात्संग, एसिड हमला आदि और महिलाओं के प्रति अपराधों का निवारण: न्यायपालिका की भूमिका, कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ भेदभाव और उत्पीड़न और कार्यस्थल पर महिलाओं के अधिकार और गरिमा – सांविधानिक आज्ञा और विशाखा वाले मामले में माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देश ।